हिमाचल प्रदेश में मौसम की स्थिति गंभीर हो सकता है। प्रदेश में चार दिन भारी बारिश-बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, खासकर उन इलाकों में जहां बारिश और बर्फबारी की संभावना है। इस अवधि में अत्यधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है,
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से गुरुवार को जारी पूर्वानुमान के अनुसार एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के 17 फरवरी की शाम से सक्रिय होने की संभावना है। इसके प्रभाव से राज्य कई भागों में 18 से 21 फरवरी भारी बारिश-बर्फबारी की संभावना है। विभाग की ओर से इन चार दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। विभाग के अनुसार 17 से 21 फरवरी रात तक राज्य के मैदानी व कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। जबकि मध्य और ऊंची पहाड़ियों में बारिश-बर्फबारी होगी। इस अवधि के दौरान मध्य व उच्च पर्वतीय जिलों कांगड़ा, कुल्लू, चंबा, किन्नौर, लाहौल-स्पीति, शिमला, सिरमौर व मंडी के कई इलाकों में भारी बारिश-बर्फबारी के आसार हैं। वहीं, मैदानी और मध्य पहाड़ी कुछ स्थानों पर अंधड़ और बिजली चमकने के साथ छिटपुट स्थानों पर ओला पड़ने का भी संभावना है। इस अवधि के दौरान औसत अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे रहने की संभावना है।
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हिमाचल प्रदेश में मौसम की स्थिति गंभीर हो सकता है। प्रदेश में चार दिन भारी बारिश-बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, खासकर उन इलाकों में जहां बारिश और बर्फबारी की संभावना है। इस अवधि में अत्यधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है,मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से गुरुवार को जारी पूर्वानुमान के अनुसार एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के 17 फरवरी की शाम से सक्रिय होने की संभावना है। इसके प्रभाव से राज्य कई भागों में 18 से 21 फरवरी भारी बारिश-बर्फबारी की संभावना है। विभाग की ओर से इन चार दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। विभाग के अनुसार 17 से 21 फरवरी रात तक राज्य के मैदानी व कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। जबकि मध्य और ऊंची पहाड़ियों में बारिश-बर्फबारी होगी। इस अवधि के दौरान मध्य व उच्च पर्वतीय जिलों कांगड़ा, कुल्लू, चंबा, किन्नौर, लाहौल-स्पीति, शिमला, सिरमौर व मंडी के कई इलाकों में भारी बारिश-बर्फबारी के आसार हैं। वहीं, मैदानी और मध्य पहाड़ी कुछ स्थानों पर अंधड़ और बिजली चमकने के साथ छिटपुट स्थानों पर ओला पड़ने का भी संभावना है। इस अवधि के दौरान औसत अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे रहने की संभावना है।